शनिवार, 14 अप्रैल 2018

कई यादें छोड़ गया थियेटर ओलंपिक

जब मेला उठता है तो अपनी कई यादें छोड़ जाता है। देश में संपन्न हुए आठवें थियेटर ओलंपिक्स के विषय में भी यह कहा जा सकता है। यह मेला था नाटक कादेशी-विदेशी कलाओं कालोक कलाओं कानुक्कड़ नाटकों काविविध कलाओं पर चर्चा-परिचर्चा काकुछ सीखने का और कुछ सिखाने का। पूरे 51 दिन धूम मचाकर आठवें थियेटर ओलंपिक्स का समापन 8 अप्रैल को मुंबई में हो गया।दुनिया में रंगमंच के इस सबसे बड़े महोत्सव की पहली बार मेजबानी देश के संस्कृति मंत्रालय के तत्वावधान में राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय ने सफलतापूर्वक की इस आयोजन का शुभांरभ 17 फरवरी को लालकिले पर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री डॉमहेश शर्मा के साथ किया था। 






क्या है थियेटर ओलंपिक्स

डेल्फीग्रीस में प्रसिद्ध ग्रीस थियेटर डॉयरेक्टर थियोडोरोस टेरज़ोपोलोस की अगुवाई में 1993 में थिएटर ओलंपिक की स्थापना की गई। यह एक गैरसरकारी संस्था है। थियेटर ओलंपिक एक अंतरराष्ट्रीय उत्सव हैजो दुनिया भर के जानेमाने थियेटर जानकारों के कामों को सबके सामने लाता है। एक तरह से यह थियेटर की विरासत को सामने लाने की पहल करने के उद्देश्य से संचालित है। थियेटर ओलंपिक की एक कमेटी हैजिसके इस समय चौदह सदस्य हैंजो अपने-अपने देश के जानेमाने थियेटर जानकार हैं। इस समय हमारे देश से एनएसडी के चेयरपर्सन रतन थियम इसके सदस्य हैं। थियेटर की स्थापना के समय आठ देशों के प्रतिनिधि सम्मिलित थेजिन्होंने आपसी समझ से इसे नॉन-प्रॉफिट आर्गनाइजेशन बनाया। इसका हेडक्वार्टर एथेंस में है। हर साल एक बार इसकी मीटिंग होती है। ओलंपिक थियेटर हमेशा अलग-अलग देशों में आयोजित किए जाते हैं। 1995 में थियेटर ओलंपिक की मेजबानी करने वाला पहला देश ग्रीस था। जापान ने 1999 में शिजुओका में दूसरे संस्करण की मेजबानी की थी। उसके बाद 2001 में रूस ने आयोजित किया। 2006 में ओलंपिक का आयोजन तुर्की के इस्ताम्बुल में हुआ और चार साल बाद 2010 में सोलदक्षिण कोरिया में हुआ। 2014 में चीन ने इसे बीजिंग में आयोजित किया और 2016 में व्रोकलापोलैंड में सातवां थियेटर ओलंपिक आयोजित किए गए। भारत इस वैश्विक आयोजन के आठवें संस्करण की मेजबानी कर इस शानदार सूची में शामिल होने के लिए पूरी तरह से तैयार है।






विदेशी कला-संस्कृति की छटा

इस दौरान ऑस्ट्रेलिया, अजेरबैजान, बांग्लादेश, बेल्जियम, ब्राजील, चीन, चेक गणराज्य, डेनमार्क, फ्रांस, जर्मनी, ग्रीस, इज़राइल, इटली, जापान, लिथुआनिया, मॉरीशस, नेपाल, पोलैंड, रूस, श्रीलंका, दक्षिण कोरिया, स्पेन, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका समेत 30 देशों के प्रतिभागी रंगमंच में अपनी श्रेष्ठता का प्रदर्शन किया गया। इस भव्य महोत्सव में आमंत्रित अतिथियों में थियोडोरोस टेरज़ोपोलोस (चेयरमैन, थियेटर ओलंपिक अंतरराष्ट्रीय समिति, ग्रीस), लियु लिबिन (चीन), जैरोस्ला फ्रेट (पोलैंड), सहिका टेकंद (तुर्की), यूजिनो बार्बा (डेनमार्क), रोमियो कास्टेलुच्ची (इटली), पिपो डेलबोनो (इटली) और जैन फैबर (बेल्जियम) शामिल हुए और कला प्रेमियों से मुखातिब हुए।