बगैर
सपनों की नींद नहीं होती,
सपनों की नींद नहीं होती,
बगैर नींद के
सपने नहीं होते।
सपने नहीं होते।
कोई कितना भी दावा करे,
कि उसकी नींद में
सपने नहीं होते।
सपने नहीं होते।
अगर नींद है तो
सपने भी निहित है।
..........................................
सपने भी निहित है।
..........................................
यह इसी तरह
सच है
जैसे
सच है
जैसे
जीवन है,
तो सपने है,
तो सपने है,
सपने है
तो जीवन है।।
तो जीवन है।।
3 टिप्पणियां:
Thanks for Such a nice Poem !!
Thanks for Such a nice Poem !!
dhanywad anil ji
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